Wednesday 24 January 2018

हिन्दी परीक्षा उपयोगी मुहावरे


1.अधें की लकड़ी – ( एक मात्र सहरा ) मुकेश ही बुढ़ापे में मुझ अंधे की लकड़ी है

2.अंग अंग ढीला होना – ( थक जाना ) दिन भर काम करने से मजदूर का अंग अंग ढीला हो जाता है

3.अंगूठा दिखाना – ( विश्वास दिलाकर मौके पर इंकार कर देना ) नेता लोग चुनाव के दिनों में अनेक वायदे करते , परन्तु बाद में अंगूठा देखा देते है

4.अपनी खिचड़ी अलग पकाना – ( सबसे अलग रहना ) सबके साथ मिलकर रहना चाहिए , अपनी खिचड़ी अलग पकाने से कोई लाभ नहीं

5.अंगुली उठाना – ( दोष लगाना ) कर्त्तव्य का पालन करने वाले व्यक्ति पर कोई अंगुली नहीं उठा सकता

6.आग बबूला होना – ( बहुत क्रोधित होना ) मोहन की खरी खोटी बात सुनकर राकेश आग बबूला हो गया

7.आँखों का तारा – ( बहुत प्यारा ) मोहन अपने माता पिता का आँखों का तारा है

8.आस्तीन का सांप – ( धोखेबाज ) अरे विकाश उसकी बातो में मत आना वह तो 
निरा आस्तीन का सांप है

9.इधर उधर की हांकना – ( व्यर्थ गप्पे मरना ) सदन सदैव इधर उधर की हांकता रहता है

10.उलटी गंगा बहना – ( उलटी बातें होना ) आजकल माता पिता बच्चों से डरने लगे है अब उलटी गंगा भ रही है

11.उन्नीस बीस का अंतर – ( बहुत कम अंतर ) राकेश तथा सदन में उन्नीस बीस का अंतर है

12.कलम तोडना – ( बहुत सुंदर लिखना ) जयशंकर प्रसाद ने कामायनी लिखने में कलम तोड़ दी

13.काम तमाम करना – ( मार देना ) तलवार के एक ही वार से मोहन ने अपने सत्रु का काम तमाम कर दिया

14.कान पर जूं न रेंगना – ( कुछ असर न होना ) में विकाश को समझाकर हार गया हूँ लेकिन उसके कान पर जूं तक नहीं रेंगती

15.खून खौलना – ( जोश आना ) शत्रुओं की टुकड़ी देखकर भारतीय जवानों का खून खौल उठा

16.खून का प्यासा – ( कट्टर शत्रु ) आज भाई भाई खून का प्यासा बन गया है

17.खून पिसना एक करना – ( बहुत परिश्रम करना ) मोहन के पिता जी उसकी पढ़ाई के लिए खून पसीना एक करते है

18.गले का हार – ( बहुत प्रिय ) प्रियंका इकलोती बेटी होने के कारण अपने माता पिता के गले का हार है

19.घी के दिये जलाना – ( प्रसन्न होना ) जब श्री राम जी अयोध्या में वापस पहुचें तो लोगों ने घी के दिये जलाये थे

20.चमका देना – ( धोखा देना ) डाकू पुलिस चकमा देकर भाग गया

21.छक्के छुड़ाना – ( बुरी तरह हरना ) युद्ध में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के छक्के छुड़ा दिये

22.जी चुरना – ( परिश्रम से भागना ) अच्छे विद्यार्थी कभी पढ़ाई से जी नहीं चुराते

23.डंका बजाना – ( विजय पाना ) सारे विश्व में अमेरिका की शक्ति का डंका बज रहा है

24.थाह लेना – ( पता लगाना ) किसी के दिल की थाह लेना बहुत कठिन काम है

25.दम घुटना – ( श्वास लेने में कठिनाई होना ) आजकल यात्रा के समय इतनी भीड़ का सामना करना पड़ता है कि कई बार दम घुटने लगता है

26.दंग रह जाना – ( हैरान रह जाना ) सदन के द्वारा चोरी किए जाने का समाचार सुनकर सभी दंग रह गए

27.दाल में काला – ( कुछ गडबड ) आजकल वह तुम्हारे घर के बड़े चक्कर लगा रहा है मुझे तो कुछ दाल में काला लगता है

28.नानी याद आना – ( घबराना ) कड़ी मंहगाई में सब को नानी याद आने लगती है

29.नाकों चने चबाना – ( खूब तंग करना ) सुभाष चन्द्र बोस जैसे वीरो ने अंग्रेजी 
सेना के टक्कर लेकर उनको नाकों चने चबा दिए

30.नीचा दिखाना – ( हराना ) पकिस्तान सदैव भारत को नीचा दिखने की ताक में रहता है

31.नौ दो ग्यारह होना – ( भाग जाना ) पुलिस को देखते ही चोर नौ दो ग्यारह हो गया

32.पगड़ी उछलना – ( अपमान करना ) बड़ो की पगड़ी उछालना सज्जन पुरुषो को शोभा नहीं देता

33.पानी फेर देना – ( नाश कर देना ) पुत्र ने फेल होकर अपने माता पिता की सब आशाओं पर पानी फेर दिया

34.पानी पानी होना – ( बहुत लज्जित होना ) मेरे द्वारा सच्ची बात कहने पर सुनील पानी पानी हो गया

35.बगुला भगत – ( कपटी ) सोहन को अपनी कोई बात न बताना वह तो धोखा देने वाला बगला भगत है

36.मैदान मारना – ( जीतना ) भारतीय सेना ने देखते ही देखते छंब में मैदान मार लिया

37.रंग उड़ना – ( डर जाना ) शेर को देखते ही दोनों मित्रों का रंग उड़ गया

38.रंग में भंग पड़ना – ( मजा किरकिरा होना ) जलसा शुरू हुआ था कि रंग में भंग पड़ गया

39.लोहे के चने चबाना – ( अति कठिन काम ) भारत पर आक्रमण करके पाकिस्तान को लोहे के चने चबाने पड़े

40.लहू पिसना एक करना – ( बहुत परिश्रम करना ) आजकल अच्छी तरह काम करने के लिए लहू पिसना एक करना पड़ता है

41.सिक्का जमाना – ( धाक बैठाना ) रंजित सिंह ने शीघ्र ही अपनी वीरता का सिक्का अन्य राजाओं पर जमा लिया था

42.हक्का बक्का रह जाना – ( हैरान रह जाना ) में सरोज की हालत को देखकर हक्का बक्का रह गया

43.हवा हो जाना – ( भाग जाना ) सिपाही को अपनी देखकर चोर हवा हो गया

44.हाथ तंग होना – ( पैसे की कमी होना ) हमारा आजकल हाथ बहुत तंग है कृपया नकद रुपया दे

45.हाथ दिखाना – ( बहादुरी दिखाना ) युद्ध में हमारे सैनिकों के हाथ देखकर शत्रु की सेना मुसीबत में पड़ गई

46.हाथ मलना – ( पछताना ) अब फेल होने पर हाथ मलने से क्या लाभ है पहले डट कर परिश्रम करते